#क्रोनोस्क्रैम्बल सोसाइटी
जेनरेटिव एआई के तेजी से प्रसार ने सूचना उत्पादन और प्रसंस्करण की गति को नाटकीय रूप से तेज कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप व्यक्तियों की समय धारणा में महत्वपूर्ण असमानताएं आई हैं। उदाहरण के लिए, जो लोग सक्रिय रूप से एआई का उपयोग करते हैं, वे तेजी से सूचना प्रसंस्करण के कारण 'समय के घनत्व' में वृद्धि का अनुभव करते हैं, जबकि अन्य पारंपरिक गति से समय को समझते हैं। इससे एक ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है जहाँ सामाजिक समय की भावनाएँ अस्त-व्यस्त हो जाती हैं, जिसे हम 'क्रोनोस्क्रैम्बल सोसाइटी' कहते हैं। यह विसंगति संचार, निर्णय लेने और मूल्य निर्माण को गहराई से प्रभावित कर सकती है, संभावित रूप से नए सामाजिक मुद्दे पैदा कर सकती है।
लेख
2 लेख
समय संपीड़न और सामाजिक अंधबिंदु: **गति नियंत्रण** की आवश्यकता
16 अग॰ 2025
लेख में तेजी से बढ़ती एआई प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से जनरेटिव एआई, और इसके सामाजिक प्रभावों पर चर्चा की गई है। जनरेटिव एआई का स्व-प्रबलित त्वरण, अनुप्रयुक्त प्रौद्योगिकियों और प्रणालियों में इसकी बढ़ती...
क्रोनोस्क्रैम्बल समाज
12 अग॰ 2025
यह लेख "क्रोनोस्क्रैम्बल समाज" की अवधारणा प्रस्तुत करता है, जो जनरेटिव एआई के उदय से उत्पन्न समय की धारणा में असमानताओं को दर्शाता है। लेखक तर्क देते हैं कि एआई तक पहुँच और समझ में अंतर, राष्ट्रीयता...